जब कामियाबी के रास्ते में कुछ भी रूकावट या चुनौती खड़ी हो, तो आपको पहले से बेहतर कोई नई skill या नई तरकीब सीखनी पड़ सकती है।
हमेशा इस sentence को अपने अंदर दोहराते रहे की "मैं ये कर सकता हूं" या "I can do it". डर या चुनौतियों को अपने ऊपर हावी न होने दें। अपने आप को डर से अलग करो। कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपके काम या business का आकार कितना बड़ा है, सफलता केवल तभी आती है जब आप डर को छोड़ देते हैं। एक बार में एक ही कदम उठाएं। हिम्मत करे और बेजिझक आगे बढ़े। शुरुआत करना किसी भी काम का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। कभी भी थकाने वाले लम्बे रास्तो और उन खतरों को अनुमति न दें जो आपको आपकी journey के दौरान रोड़ा बनके सामने आ सकते हैं, जो आपको पहला कदम उठाने से रोकते हैं। कामियाबी के लिए एक लम्बी journey पहले कदम के साथ ही शुरू होती है। चुनौतियाँ आपको पीछे छोड़ सकती हैं, लेकिन वो आपको कभी मार नही सकती। कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपका लक्ष्य कितना दूर है, लेकिन उनको न पाने के डर से पीछे न रहें। और उनके लिए action लेने से पहले उनके सही होने का इंतजार न करें। बस तुरंत उठे और जहा पर हो वही से शरुआत कर दे। लक्ष्य जितना भी दूर होगा, चुनौतियां उतनी ही कठिन होगी। लेकिन अपने अंदर "I can do it" वाली feeling के साथ आगे बढ़ते रहोगे तो चुनौतियां आसानी से पार होती रहेगी, फिर कुछ समय बाद आपका लक्ष्य, आपका desired destination ज़रूर आपकी मुठ्ठी में होगा।
“Have a possibility mentality by looking for ways to do it rather than excuses for not doing it.”
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