जब आपके professional और personal जीवन की बात आती है तो कभी कभी आप दुसरो से सलाह लेते हैं।
इससे पहले कि आप किसी चीज पर लोगों की सलाह लें, पहले यह सोचें कि सलाह वास्तव में आपकी परिस्थितियों से संबंधित है या नहीं, और फिर यह तय करें कि उसका पालन करना है या नहीं।
सच्चाई यह है कि लोग सिफारिशें करते हैं और सलाह देते हैं कि वे आपके लिए सबसे सही सलाहकार है, लेकिन आपको खुदकी needs को ध्यान रखके कि आप कौन हैं और आप क्या बनना चाहते हैं, उस हिसाब से अंदाज़ लगाए फिर सलाह का अनुसरण करे। आपको सलाह देने वाले लोगो में कुछ लोग ऐसे भी होते है जो आपकी limitations को भी पहचान लेते है। इसलिए आपको बहुत सावधानी बरतनी चाहिए कि दूसरे लोग यह न सोचें कि आप जीवन में कितनी दूर तक जा सकते हैं।
For example, आपको Spotify क्या है वो तो पता ही होगा। जब Daniel Ek ने Spotify बनाने पर काम करना शुरू किया, तो उसे लोगों से कई बेतुकी सलाहे मिलीं, जिनमें से ज़्यादातर लोगो ने यह कहा कि दुनिया को एक नए music-streaming platform की ज़रुरत नहीं है, क्योंकि ऐसे platforms तो बहोत है। उन्हें मिली सबसे आम सलाह यह थी कि "अच्छी चीजें उन लोगों के लिए आती हैं जो प्रतीक्षा करते हैं।" लेकिन डैनियलने कभी भीबेतुकी सलाह लेने पर विचार नहीं किया क्योंकि उनका मानना है कि अच्छी चीजें उन लोगों के लिए आती हैं जो कड़ी मेहनत करते हैं और अपने सपने को कभी नहीं छोड़ते। एक सफल platform बनाया, जिसे हम Spotify के नाम से जानते है।
डैनियल ने दृढ़ता से काम किया और 2006 में मार्टिन लोरेंत्ज़ोन के साथ Spotify की स्थापना की और अब तक 140 मिलियन से ज़्यादा monthly users के साथ एक बड़ी सफलता वाला प्लेटफार्म बन गया है। डैनियल ने अगर बेतुकी सलाहों में ध्यान दिया होता तो कभी भी वो Spotify जैसा प्लेटफार्म नहीं बना पाता।
जीवन में, आपको लोगों से हर तरह की सलाह मिलेगी: "अधिक risk न लें।", "अपने आप को इतना जिद्दि मत बनाओ।", "कड़ी मेहनत करते रहो।" वगेरा...वगेरा... लेकिन किसी भी सलाह को लेने से पहले, आपको यह observe करना होगा कि यह आपकी situation के according है या नहीं।
क्योंकि, लोगो की क्षमताओं के अनुसार कुछ लोगों को ज़्यादा risk उठाने की आवश्यकता होती है, जबकि कुछ लोगो को कम risk लेने की आवश्यकता होती है। कुछ लोगों को खुद को strong बनाने की आवश्यकता होती है, जबकि कुछ पहले से ही strong होते हैं। कुछ लोगों को वाकही में कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता होती है, जबकि कुछ कड़ी महेनत हंमेशा कर ही रहे होते हैं। simply अगर सोचा जाये तो, कुछ लोगो की सलाहें अच्छी हो सकती हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वह आपके लिए भी अच्छी हो।
अच्छी और बुरी सलाह के बीच अंतर जानने में सक्षम होने के लिए आपको अपने simple निर्णयो में लगातार सुधार करना होगा। यानि कोई भी simple decision लेने के दौरान अपने emotions को कभी बीचमे न लाए।
अपने दिमाग में सलाहों के साथ, अपनी situation का एक honesty के साथ observation करें। ऐसा करने से आप अपनी सभी चीजों को बहुत स्पष्ट रूप से देख पाएंगे और आपको यह तय करने में मदद मिलेगी, कि किसी ने दी हुई सलाह या सिफारिश वास्तव में आपके लिए अच्छी है या नहीं। और हर बार ऐसे ही कभी भी किसी की भी सलहे आपको मिले तब उसका इस तरह से ही deep observation करने के बाद ही आगे निर्णय ले, की जो सलाह आपको मिली है उसे follow करना हे की नहीं करना है? जवाब आपको अपने आप ही मिल जाएगा।
"Think well before seeking people's recommendations and advice about anything in your life."
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