एक सफल व्यक्ति किसी भी तरह का बहाना नहीं बनाएगा, जैसा कि एक unproductive व्यक्ति बनता है।
हर बीमारी की तरह, सही इलाज न होने पर हर बीमारी की तरह excuses नाम का रोग भी व्यक्ति को कामज़ोर बनता है। इसमें, एक व्यक्ति कोईभी काम न करने के लिए या नाकामयाब होने का एक उत्कृष्ट बहाना चुनता है कि वह आगे क्यों नहीं बढ़ा। हर बार जब वह ऐसे बहाने बनाता है, तो यह भीतर ही भीतर गहरा हो जाता है क्योंकि लगातार दोहराव हमारे विचारों को उसी तरफ मजबूत बनाता है जैसा हम सोचते है।
एक्सुसाइटिस के चार सबसे common टाइप्स हैं। जैसे की,
"मेरा स्वास्थ्य अच्छा नहीं है":
कोई भी इंसान 100% perfect नहीं है। हममें से प्रत्येक के पास एक स्वास्थ्य या शारीरिक मुद्दा या बहोत कुछ है जो पारीपूर्ण नहीं होता। जब किसी स्वास्थ्य के मुद्दे पर प्रतिक्रिया होती है, तो आप या तो चिंतित और उदास हो सकते हैं, और इसका प्रभाव आपके जीवन में भी हो रहा होता हैं, या फिर आप आशावादी हो सकते हैं, और पूरी तरह से जीवन जी सकते हैं और अपने जीवन का अच्छे से आनंद ले सकते हैं। आप वह चुनें जो आप बनना चाहते हैं। Health Excuses को हराने के लिए, अपने स्वास्थ्य के बारे में बात या चिंता न करें क्योंकि ऐसा लगता है कि अगर आप ऐसा करते हैं तो यह केवल और ज़्यादा बिगड़ता जाता है। वास्तव में आप thankful होना सीखें कि आपका स्वास्थ्य पहले जितना ही अच्छा है। क्योकि कही बार हम अपने विचारो से ही तंदुरस्त नहीं होते।
दूसरा excuse है
"आपको सफल होने के लिए दिमाग होना चाहिए": ये एक तरह का इंटेलिजेंस Exuse है।
बहुत से लोग अपनी दिमागी क्षमता को कम आंकते हैं और दूसरे लोगों की मानसिक शक्ति को कम आंकते हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपके पास कितनी बुद्धिमत्ता है लेकिन आपके पास जो है उसका आप कैसे उपयोग करते हैं, वो ज़्यादा उपयोगी होता है। तथ्यों को याद रखने में सक्षम होने की तुलना में सोचने की क्षमता बहोत कीमती है। और सक्षम होने की क्षमता 95% है। ज्ञान केवल शक्ति है जिसका आप रचनात्मक यानि तकनिकी तरीके से उपयोग करते हैं। इंटेलिजेंस Excuses को ठीक करने के लिए, अपनी बुद्धिमत्ता को कभी कम मत समझो, और दूसरों को कभी जज मत करो। आपका नजरिया आपकी बुद्धिमत्ता से ज्यादा महत्वपूर्ण है।
तीसरा excuse है।
"मैं बहुत बूढ़ा या बहुत छोटा हूँ":
आपकी उम्र के प्रति आपका दृष्टिकोण लगाना महत्वपूर्ण नहीं है। जब आप इस बहाने को दूर करते हैं, तो आप युवाओं का होपफ़ुल और अद्भुत अनुभव प्राप्त करते हैं। ऐसा करने के लिए, अपनी वर्तमान उम्र को सकारात्मक रूप से देखें, और गणना करें कि आपके पास कितना समय है। तीस वर्ष की आयु के व्यक्ति के लिए तो अभी भी उसके आगे का 80% जीवन है,। जब आपको लगता है कि यह बहुत देर हो चुकी है। उस समय आप जो करना चाहते हैं वह करें। क्योकि उस satege आप हारोगे तो कोई फरक नहीं पड़ने वाला लकिन अगर जीते तो आप दुनिये के लिए एक मिसाल बन जाओगे।
चौथा excuse है।
“मेरा मामला अलग है; मैं बुरी किस्मत वाला हूं:
"भाग्य" के कारण चीजें शायद ही होती हैं। आमतौर पर इन सब के लिए एक ही कारण होता है, जैसे की दुर्घटनाएं होती हे तो या तो यांत्रिक विफलता, या फिर मानव विफलता अथवा दोनों के कारण होती हैं। जो लोग सफलताकी उच्चइयो पर जाते हैं, उन्होंने भाग्य से ऐसा नहीं किया। तैयारी, योजना और उच्च सोच ने उनकी सफलता को सुनिश्चित किया। तो, इस भाग्य के बहाने जीत के बदले, कारण और प्रभाव के नियम को स्वीकार करें, और रियलिटी को देख कर आगे बढे। तो ही आपको सफलता प्राप्त होगी।
"don't be a wishful thinker. be a reality & Fact thinker."
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